Saturday, March 28, 2009

लौट के बुद्धू घर को आए

सतना जिले के पूर्व सांसद और राष्ट्रीय समानता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखलाल कुशवाहा ने अपनी बिक्री का सही मूल्य न पाने की दशा में,अंततः लौट कर ख़ुद को एक पहचान देने वाली पार्टी BSP में वापस शामिल होना ही उचित समझा। पिछले काफी समय से ये अटकलें लगायी जा रही थी,कि बिकने को तैयार सुखलाल को इस बार कौन खरीदेगा.चुनावी बाज़ार में कभी उन्हें कांग्रेस के अर्जुन सिंह से सौदा करते तो कभी कुशवाहा वोटों के सही मूल्य का निर्धारण करते पाया जाता रहा है.पिछले विधानसभा चुनावों में सुखलाल कुशवाहा ने BJP के सांसद गणेश सिंह से अमरपाटन में कुशवाहा वोटों के एवज में नागौद में पटेल वोटों का सौदा किया था.अमरपाटन में कुशवाहा वोट तो BJP के रामखेलावन पटेल को मिल गए लेकिन नागौद में पटेल वोट सुखलाल को न मिल सके,जिससे उसे वहां एक बुरी हार का सामना करना पड़ा.इस हार से तिलमिलाए सुखलाल ने इस लोकसभा चुनाव में किसी भी शर्त पर गणेश सिंह को हराने कि ठान ली है.पहले तो वो अपने कोशिश करते रहे कि उन्हें कुशवाहा समाज के वोटों कि सही कीमत मिल जाए,लेकिन जब कहीं बात न जमी तो अपनी इज्जत बचाने के उद्देश्य से वो बहुजन समाज पार्टी कि शरण में आ गए .