Saturday, June 27, 2009

भीषण सूखे के बावजूद गेंहू की रिकॉर्ड पैदावार

मध्य प्रदेश का सतना जिला पिछले ४ सालों से लगातार सूखाग्रस्त है.इस साल भी मध्य प्रदेश शासन द्वारा घोषित सुखाग्रस्त तहसीलों में सतना जिले की सभी तहसीलें शामिल थीं.एक तरफ़ सतना जिले की जनता पानी की एक -एक बूँद को तरस रही है,तो दूसरी तरफ़ भारतीय खाद्य निगम और नागरिक आपुर्ति निगम के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं.शासन द्वारा किसानों से गेंहू खरीदी के ये दोनों विभाग ही मुख्य जरिए हैं.अगर इन दोनों विभाग के खरीदी के आंकडों पर नज़र डालें तो पता चलता है की जिले में 1 लाख 80 हज़ार क्विंटल गेंहू की खरीदी के लक्ष्य के विरुद्ध 4 लाख 52 हज़ार 199 क्विंटल गेंहू समर्थन मूल्य पर ख़रीदा गया.यही नहीं फसल कटाई एवं कृषि विभाग के आंकडों पर नज़र डालें तो वर्ष 2008-2009 में जिले में अनुमानित गेंहू बोनी का क्षेत्र १ लाख २५ हज़ार ६४० हेक्टेयर था जिसके विरुद्ध सुद्ध बोया गया क्षेत्रफल 1 लाख 27 हज़ार 773 हेक्टेयर गेंहू की बोनी का रहा है.समझ में ये नहीं आ रहा है की या तो सरकारी आंकडों में सतना को सुखाग्रस्त घोषित करना ग़लत है या फिर ये पैदावार के आंकड़े ग़लत हैं.