Wednesday, November 18, 2009

नर्सिंग होम के हंगामे का सच

पिछले दिनों सतना के डालीबाबा मोहल्ले में स्थित एक नर्सिंग होम में जम कर हंगामा हुआ .हमें इस घटना के बारे में एक ई-मेल प्राप्त हुआ है जिससे पत्रकारिता को शर्मशार करने वाली बातें सामने आई हैं.मेल के अनुसार वहां हुई मारपीट का मामला महज पत्रकारों और डाक्टरों के बीच लड़ाई न होकर,कुछ पत्रकारों को न मिल सकी दलाली का परिणाम था.इस दलाली में भी, कोठी तिराहे स्थित एक दैनिक अख्बार के उसी अस्पताल बीट वाले दलाल पत्रकार का नाम आ रहा है,जिसने जिला अस्पताल में भी अपनी दलाली के लिए किसी को भी नहीं छोड़ा। ई-मेल के अनुसार ये पत्रकार वहां हो रही नसबंदी ,में अपनी दलाली मांगने गए थे,जब बात बिगड़ गई तो मीडिया के और लोगों को बुलवा कर मामला मीडिया और डॉक्टरों के बीच विवाद का बना दिया गया.सूत्रों की अगर मानें तो ये पत्रकार अपने चुनिन्दा साथियों के साथ हर नर्सिंग होम में यही करता रहता है. सूत्र बताते हैं की इस बार किस्मत ने इस दलाल और इसके साथियों का साथ नहीं दिया और इनको बुरी तरह वहां के स्टाफ द्वारा न केवल पीटा गया बल्कि सार्वजनिक रूप से इनको इनकी औकात भी बता दी गई.यही नहीं जब इन लोगों ने पत्रकार होने की धौंस गई और डाक्टर के ख़िलाफ़ थाने में झूठी रिपोर्ट की गयी तो डाक्टर ने भी इन लोगों के ख़िलाफ़ सिटी कोतवाली में मामला भी दर्ज करा दिया .सतना की पत्रकारिता के इतिहास में ये शायद पहला वाकया था,जब पत्रकार शब्द को इतनी बुरी तरह जलील होना पड़ा.ये बेहद शर्मनाक घटना है.हम इस मामले की और भी असलियत जानने का प्रयास कर रहे हें,अगर आप के पास इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी हो तो हमे मेल karen